यूपी टीचर ट्रांसफर लिस्ट: यूपी में शासन द्वारा निर्गत की गई यूपी टीचर ट्रांसफर लिस्ट (अंतर्जनपदीय स्थानांतरण सूची )को लेकर शिक्षकों के बीच सोशल मीडिया में घमासान मच गया। शिक्षकों को कहना है कि उच्च मेरिट के वेटेज पर भी नहीं स्थानांतरण नहीं मिला वहीं कुछ शिक्षकों का कहना है कि वेटेज कैंसिल होने का कोई कारण नहीं था फिर भी वेटेज कैंसिल किए गए। तबादला सूची को लेकर शिक्षकों में रोष है। Bihar Education Update: अब बिहार में शिक्षक बनने के लिए बिहार का स्थाई निवासी होना जरूरी नहीं
उत्तर प्रदेश के अधीन परिषदीय विद्यालयों में में कार्यरत शिक्षकों के अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की सूची शासन द्वारा जब से प्रकाशित हुई है तब से यह सूची चर्चा का विषय बन गई है। अधिकतर शिक्षक अपने भारांक सोशल मीडिया के व्हाट्सएप ग्रुप पर लिखकर अन्य शिक्षकों के द्वारा इस बात का पता लगा रहे हैं कि किस शिक्षक का ट्रांसफर कितने अंकों के साथ किस जनपद में हुआ। यूपी टीचर ट्रांसफर लिस्ट: शासन ने ट्रांसफर प्रक्रिया और स्थानांतरित शिक्षकों का पेश किया आंकड़ा, शिक्षकों ने लगाया गड़बड़ी का आरोप
इसके अलावा उच्च भारांक के बाद ट्रांसफर न होने पर भी शिक्षकों ने नाराजगी जताई है। शिक्षकों का कहना है कि अत्यधिक भारांक के बावजूद इच्छित जनपद या गृह जनपद नहीं मिल पाया।
प्रकाशित की गई सूची में शिक्षकों के भारांक नहीं दर्शाए गए हैं बल्कि सूची में शिक्षकों का स्थानांतरण जनपद दर्शाया गया है। शासन द्वारा प्रकाशित सूची जारी होने के बाद तबादला सूची की पीडीएफ सोशल मीडिया पर वायरल हो गई जिसके बाद शिक्षकों ने नाराजगी व्यक्त की। यूपी टीचर्स ट्रांसफर: विभाग द्वारा निकाली गई तबादला सूची से आप सहमत हैं या नहीं, वोट कीजिए?
शासन द्वारा निकाली गई तबादला सूची में अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों ने अपने जनपद के आगे अपना नाम देखना शुरू किया। शिक्षकों को अपना नाम सूची में दिखाई दिया उन्होंने सोशल मीडिया पर खुशी जताई लेकिन जिन शिक्षकों का अधिक वेटेज होने के बावजूद स्थानांतरण नहीं हुआ उनको शासन द्वारा निकाली गई सूची में संशय नजर आया।
शासन द्वारा निकाली गई तबादला सूची में शिक्षकों के बीच चर्चा शुरू हो गई जिसमें अलग-अलग शिक्षकों ने सोशल मीडिया पर अलग-अलग कमेंट दिए।
प्रियंका ने लिखा की आवेदन करते समय लखनऊ का ऑप्शन ही नहीं आ रहा था फिर वहां के लिए ट्रांसफर कैसे हो गया?शैली ने लिखा कि Muzaffarnagar में 2 सीट की और 7 लोगों ट्रांसफर हुआ।
पूनम ने लिखा मैंने तो अपने डाक्यूमेंट्स भी सबमिट नहीं किए थे फिर मेरा ट्रांसफर कैसे हो गया जबकि फॉर्म कैंसिल होने की मैंने एप्लीकेशन भी दी थी। पूनम ने लिखा कुछ हो सकता है मैं ट्रांसफर नहीं चाहती।
रिचा सिंह ने लिखा कि लखनऊ, कानपुर, गौतम बुद्ध नगर नगर में अंतर्जनपदीय स्थानांतरण कैसे हो गया यहां तो सीट ही 0 थी। दीपक कुमार नाम के शिक्षक ने जवाब देते हुए लिखा यह डायरेक्ट जुगाड़ वाले लोग होंगे।
दीपक सरोज ने लिखा मैंने तो आगरा का ऑप्शन ही नहीं भरा था और स्थानांतरण में मुझे आगरा का जनपद मिल गया ऐसा कैसे।
शालू ने लिखा मेरे 24 नंबर थे और मेरा सहारनपुर, शामली, बिजनौर,मुरादाबाद अमरोहा में ट्रांसफर नहीं हुआ जबकि मुझसे कम नंबर वाले शिक्षकों का ट्रांसफर अन्य जनपदों में हो गया।
श्याम सिंह ने लिखा सब फर्जी लिस्ट है टेंशन मत लो जिसका जवाब देते हुए शाह ने लिखा फर्जी लिस्ट है। राज दत्ता ने लिखा कि सर सही लिस्ट है पूरी पारदर्शिता है जिसका गुणांक है उसका हुआ है।
बंदना ने लिखा कि मेरे 24 अंकों के होने के बावजूद मुझे बुलंदशहर जनपद नहीं मिला यश ने लिखा कि सीट कम थी VNS की यही वजह से न हुआ आपका 24 भारांक पर किसी भी जिले में सीट के अनुसार ही लोगो का चयन हुआ है भारांक कितना भी अधिक रहा हो।
यश ने कहा किइतनी पारदर्शिता से ट्रांसफर हुए है कि लखनऊ में 0 सीट होने के बाद भी लखनऊ में आने के लिए 74 ट्रांसफर हुए है। जबकि आवेदन के समय लखनऊ ऑप्शन भी नही था। कानपुर नगर का भी वही हाल।