उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन और बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के मार्गदर्शन में यूपी की बेसिक शिक्षा में हुए कायाकल्प और नवाचार के चलते यूपी को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया। इसकी सराहना पुणे में आयोजित G-20 राष्ट्रीय शिक्षा गोष्ठी में आए देश के सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों व अधिकारियों ने की।
अपर मुख्य सचिव बेसिक व माध्यमिक उत्तर प्रदेश दीपक कुमार की ओर से पुणे में आयोजित हुई G20 एजुकेशन कान्फ्रेंस में NCERT की नेतृत्व में प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया जिसके बाद यूपी की बेहतरीन हो रही शिक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की गई।यहां तक महाराष्ट्र के शिक्षा अधिकारियों ने यूपी के अधिकारियों के साथ बैठक करने की भी अनुमति ली है।
महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित G-20 राष्ट्रीय शिक्षा गोष्ठी की बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने शिक्षक क्षमता निर्माण की भूमिका से जुड़े सभी बिंदुओं के साथ शिक्षा में किए गए अपेक्षित सुधारों में यूपी की यात्रा का वर्णन किया। G-20 राष्ट्रीय शिक्षा गोष्ठी में हुई कान्फ्रेंस में हरियाणा, महाराष्ट्र, असम के अलावा पंजाब, मध्य प्रदेश, जैसे राज्यों के मंत्री व अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने शिक्षक भर्तियों में पारदर्शिता की प्रमुखता की बात को रखते हुए कहा कि यूपी में अब तक 1 लाख 64 हजार शिक्षकों की नियुक्ति पारदर्शी ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत की गई। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अंतर्जनपदीय स्थानांतरण , अंत: जनपदीय स्थानांतरण और पारस्परिक स्थानांतरण में भी पारदर्शिता अपनाई जा रही है।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बेसिक शिक्षा में अपेक्षित और त्वरित सुधार के लिए प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर में 5 सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को संकुल के रूप में नामित कर विद्यालयों में मासिक अनौपचारिक बैठकों के माध्यम से व्यावसायिक विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि 225 मास्टर ट्रेनरों को चार दिवसीय प्रशिक्षण के बाद फेस टू फेस शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसके तहत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम को नया रूप मिला और शिक्षण प्रशिक्षण की गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी हुई।
अपर मुख्य सचिव ने बताया सीमैट व डायट स्तर पर 44000 परामर्शदाता और 6 लाख शिक्षक और ब्लॉक रिसोर्स सेंटर्स ब्लॉक समन्वयक केंद्र (BRC) स्तर पर तैनात हैं। विद्यालय नेतृत्व विकास कार्यक्रम के माध्यम के तहत दीक्षा के माध्यम से तकरीबन 60 हजार प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षित कर कार्यशालाएं आयोजित की गई।
अपर मुख्य सचिव द्वारा कहीं गई प्रमुख बातें
- टाइम एंड मोशन अध्ययन के अनुसार, अकादमिक की संख्या वर्ष में 160 से 240 दिन की गई और शिक्षण के घंटे 12 घंटे से बढ़ाकर 25 घंटे किए गए।
- 19 बुनियादी ढांचे के मापदंडों को अपनाकर यूपी के 1.36 लाख स्कूलों का ऑपरेशन कायाकल्प के तहत नवीनीकरण किया गया।
- डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए स्कूल में पढ़ने वाले 1.92 करोड़ बच्चों के लिए स्कूल यूनिफॉर्म, स्कूल बैग, आरटीई पात्रता स्टेशनरी के लिए पैसा दिया गया।
* मानव संपदा पोर्टल की ईएचआरएमएस प्रणाली से शिक्षकों की सुविधा के लिए सभी कार्य अब ऑनलाइन किए गए जिसमें शिक्षकों को छुट्टी, पैरोल सर्विस बुक ट्रांसफर पोस्टिंग, एरियर साहित सभी कार्य ऑनलाइन तरीके से पूरे होते हैं। मानव संपदा पोर्टल का उद्देश्य शिक्षक तनाव में न रहे और उनके कार्य आसानी से हो सके।