निघासन ब्लॉक के साथ प्रदेश भर से पहुँचे शिक्षकों में आज पुरानी पेंशन की रैली में शिरकत करते हुए सरकार के खिलाफ हुंकार भरी। रवाना होने से पहले रैली को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई थी। लखीमपुर जनपद से तकरीबन 20 से 25 बसें व चार पहिया वाहनों के साथ लखनऊ पहुंचकर कर्मचारियों ने हुंकार भरी।
गौरतलब है कि आज 30 नवंबर को लखनऊ के ईको गार्डेन में आयोजित हुई रैली में लाखों की संख्या में शिक्षकों व कर्मचारियों ने रैली में प्रतिभाग किया। पुरानी पेंशन बहाली के आंदोलन की गति देने के लिए अपनी आवाज बुलंद करने के लिए सुबह अपने अपने क्षेत्रों से बसों और निजी गाड़ियों द्वारा रवाना हो गए। प्रदेश भर से सैकड़ों बसों से शिक्षक व राज्य कर्मचारी लखनऊ पहुँच गए। उसके अलावा बड़ी संख्या में चार पहिया वाहन से भी कर्मचारी लखनऊ के लिए रवाना हुए। इन सभी ने शासन के समक्ष पुरानी पेंशन से लेकर कर्मचारियों के भत्ता सहित तमाम प्रकार की 21 सूत्रीय लंबित माँगों को सरकार के सामने रखा।
पूर्व में निर्धारित शिक्षकों व राज्य कर्मचारियों ने लखनऊ के ईको गार्डन में आंदोलन कर अपनी ताकत का सरकार को एहसास कराया और सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग रखी सभी शिक्षकों ने एक सुर में मांग रखते हुए कहा कि न्यायोचित मांगों को तत्काल पूरा किया जाए अन्यथा कर्मचारी समुदाय लामबंद होकर इसका जवाब देगा।धरने के दौरान नाराज कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन की बहाली करने की मांग को लेकर आवाज बुलंद की और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी व शिक्षकों का कहना था कि पुरानी पेंशन उनका अधिकार है और वह अपना अधिकार लेकर रहेंगे। धरने का नेतृत्व कर रहे अधिकार मंच के अध्यक्ष डॉ दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन बहाली की मांग को अनदेखा करते हुए लगातार कर्मचारियों का शोषण का रही है दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि अगर सरकार ने कर्मचारियों का मांग पूरी नहीं की या सरकार ने अपनी नीतियों में बदलाव नहीं किया या फिर किसी भी तरह की अनदेखी की तो इसका खामियाजा सरकार को आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा।इसके लिए सरकार को तैयार रहना होगा