उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के यूपी टीचर ट्रांसफर (अंतर्जनपदीय स्थानांतरण) की प्रक्रिया गतिमान है जिसमें भारांक अभिलेख के सत्यापन को लेकर सचिव द्वारा चार बार डेट बढ़ाई गई।
स्थानांतरण प्रक्रिया में कई बार सत्यापन की डेट बढ़ने के बावजूद सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई जिसके लिए सचिव ने जनपद के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की मांग पर कुल चार बार सत्यापन की डेट बढ़ाई मगर अब तक शिक्षकों की तबादला सूची पोर्टल पर प्रकाशित नहीं हो पाई।
सूत्रों की मानें तो तबादला सूची का कार्य अपने अंतिम दौर में है। कहा जा रहा है कि सूची का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है और शिक्षकों को अपना अंतर्जनपदीय स्थानांतरण आदेश जल्द ही पोर्टल पर देखने को मिल सकता है। UP Teacher Transfer: हजारों वेटेज कैंसिल होने के बाद इन शिक्षकों को मिलेगा अंतर्जनपदीय स्थानांतरण 2023 का लाभ
शिक्षकों की माने तो 3 जुलाई को स्कूल खुलने से पहले अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के तहत शिक्षकों को जनपद स्तर से कार्यमुक्त कर दिया जायेगा जिसके बाद शिक्षक स्थानांतरित जनपद में कार्यभार ग्रहण कर सकेंगे।
गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने इससे पहले जनपद के सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को 8 जून को भेजे गए पत्र के संदर्भ में कहा था कि सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी 18 जून तक सत्यापन का कार्य पूर्ण कर लें जिसके बाद सत्यापन के लिए 20 जून, 21 जून, 22 जून दोपहर दो बजे तक, फिर 22 जून की रात 12 बजे तक समय सीमा बढ़ाई गई। Up Intra district transfer: शिक्षकों द्वारा ब्लॉक ट्रांसफर (इंट्रा डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर) में किए गए आवेदनों के सत्यापन का हुआ आदेश
यहां तक की बीएसए के स्तर पर सत्यापन को लेकर आई कठिनाई के बीच समय सीमा बढ़ाने के अनुरोध के बाद सचिव बेसिक शिक्षा प्रताप सिंह बघेल ने गत 22 जून को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) लखनऊ के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक को पत्र लिखा जिसमें 23 जून की मध्यरात्रि तक सत्यापन की समय सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया।
NIC से BSA के लॉगिन पर जनपद स्तर से सत्यापित स्थानांतरित आवेदन पत्रों में आवश्यकतानुसार परीक्षण के बाद फिर से सत्यापित, स्वीकृत या निरस्त करने की सुविधा देने को कहा गया और साथ ही NIC के पोर्टल पर रिसेट एवं आवेदन की प्रक्रिया के पश्चात ऐसे आवेदन जो पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो रहे है उनको रिस्टोर करने की सुविधा देने का भी अनुरोध किया गया।