परिषदीय विद्यालयों में निकली 2012 की शिक्षक भर्ती के न्यू एड में नियुक्ति के लिए कोर्ट में लड़ाई लड़ रहे अचयनितों को सुप्रीमकोर्ट ने सुनवाई की तारीख़ तय कर दी जिससे सभी अचयनितों ने सकारात्मक परिणाम के लिए ईश्वर से प्रार्थना शुरू कर दी।
पिछले 10 वर्षों से 2012 न्यू एड में नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों को सरकार की ओर से तब करारा झटका लगा जब 25 जुलाई 2017 को सुप्रीमकोर्ट ने सरकार को भर्ती करने के लिए लिबर्टी दे दी इसके बावजूद सरकार ने इन अभ्यर्थियों की कोई सुध नहीं ली।तब से अभ्यर्थी बीएड टेट 2011 संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुनील यादव के निर्देशन में लगातार नियुक्ति की मांग कर रहे है और आंदोलित हो रहे हैं।
सार:
● 26 जुलाई को न्यू एड की है सुनवाई
●पिछले 10 वर्षों से पीड़ित है अभ्यर्थी
●सुप्रीमकोर्ट से लिबर्टी के बावजूद नियुक्ति से हैं वंचित
●500 ₹ के साथ 60 से 65 जिलों में अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन
● उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के पास डंप हैं 2012 में सहायक अध्यापक भर्ती के आवेदनकर्ताओं के 290 करोड़
● मौका नहीं मिलने से अभ्यर्थी हो गए ओवरएज, जिससे नौकरी के रास्ते हुए बंद
परिषदीय विद्यालयों के लिए 2011 में निकाली गई सहायक अध्यापक भर्ती से वंचित रह गए 2012 न्यू एड के अभ्यर्थियों ने सरकार के सामने नौकरी की मांग को तेज कर दिया है । अचयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षक बनने की निर्धारित आयु सीमा को वे पार कर चुके हैं ऐसे में उनके लिए नौकरी तलाशना अब मुश्किल है। आपको बता दें कि इस शिक्षक भर्ती के अचयनितों ने प्रदेश के 60 से 65 से अधिक जिलों में आवेदन किया था, इसमें हर अभ्यर्थी ने 30 से 35 हजार रुपये खर्च किए थे।
उल्लेखनीय है कि बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से 2012 में परिषदीय विद्यालयों के लिए 72825 पदों पर सहायक अध्यापक की भर्ती केलिए आवेदन मांगे गए थे।हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने इससे पहले 2011 में सहायक अध्यापक भर्ती के लिए मांगे गए आवेदन के आधार पर भर्ती पूरी कर दी। इस कारण 2012 में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को भर्ती में मौका नहीं मिल सका।
बड़ी संख्या में बीएड-टीईटी पास ये सभी आवेदनकर्ता अब ओवर ऐज हो चुके हैं इन अभ्यर्थियों ने सरकार से पुराने विज्ञापन के आधार पर नौकरी देने की मांग की है।आवेदन करने वालों का कहना है कि उन्हें नौकरी चाहिए । उस समय आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का कहना है कि छह वर्ष बाद जब वह ओवर ऐज हो चुके हैं, ऐसे में नौकरी के लिए कहां जाएं।