यूपी टीचर ट्रांसफर में महिला शिक्षकों ने गुमनाम अदृश्य मौखिक जी.ओ. का हवाला देते हुए स्थानान्तरित स्पाउस वेटेज वाली शिक्षिकाओं के कार्यमुक्ति / ज्वाइनिंग / विद्यालय आवंटन में खुले अन्याय, धांधली व अनियमितता को रोकते हुये स्थानान्तरित हो चुकी स्पाउस भारांक वाली शिक्षिकाओं को भी कार्यमुक्ति / ज्वाइनिंग व विद्यालय आवंटन कराने हेतु पीएम ,सीएम गृहमंत्री,राज्यपाल, डीजी शिक्षा और शिक्षा सचिव को पत्र लिखा है।
महिला शिक्षकों ने विनम्र निवेदन के साथ लिखा कि आपको अवगत कराना है कि उत्तर प्रदेश परिषदीय शिक्षकों के अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण हेतु 2 जून 2023 को एक जी.ओ. ( स्थानान्तरण हेतु हर बार दिनांक मात्र बदलकर प्रयोग होने वाला ) आया जिसके आधार पर जनपदीय कमेटी के सत्यापन पश्चात सचिव बेसिक महोदय के आदेश से हमसबका स्थानान्तरण हो गया है।
लेकिन ट्रॉन्सफर प्रक्रिया शुरू हो जाने के बाद 16-06-2023 को पुनः एक आदेश पत्र आया जिसमें स्पाउस वेटेज हेतु अनुच्छेद 309 का बेमेल उल्लेख हुआ जिसमें वास्तविक रूप से IAS, PCS ही आते हैं । जबकि परिषदीय शिक्षक अर्धसरकारी से भी बहुत कम होते हैं राज्य कर्मचारी के श्रेणी में नही आते हैं फिर भी मात्र कार्यमुक्ति हेतु पूर्ण सरकारी पति पत्नी ही चाहिए का मौखिक नियम लागू करके खास करके शिक्षिकाओं को प्रताड़ित होनें के लिए छोड़ देना आश्चर्यजनक व अनियमितापूर्ण है।
नियमतः कोई भी परीक्षा / स्थानान्तरण प्रक्रिया के प्रारम्भ होने के पहले जारी जी.ओ. ही वैध होता है, जिसमें एक अक्षर भी जोडना घटाना अवैध होता है।स्थानान्तरण प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाने के बाद या स्थानान्तरण हो जाने के बाद कार्यमुक्ति मात्र के समय कोई अन्य जी.ओ. देना स्वतः अवैधानिक है।
ऊपर से कार्यमुक्ति के समय अचानक गुमनाम अदृश्य मौखिक जी.ओ. के नामपर मौखिक रूप से ही विभिन्न विभागों के नियमित कर्मचारीयों को स्पाउस वेटेज देने से मौखिक रूप ही से मना कर देना पूर्णतः अवैधानिक कार्य है। जिसकी वजह से विभिन्न जनपदों में समान विभागों के शिक्षकों को कार्यमुक्त करना / रोकना भ्रष्टाचार व शिक्षकों के शोषण, प्रताडना का माध्यम बन गया ।
स्थानान्तरण का मूल उद्देश्य ही यही होता है कि खासकर शिक्षिकायें अपने घर के पास जाकर अपने परिवार बच्चों का ठीक से देखभाल करते हुए निश्चिन्त व भयरहित होकर नौकरी कर सकें लेकिन उक्त जी.ओ. नम्बर 2 व अदृश्य मौखिक जी.ओ नम्बर 3 की वजह से स्थानान्तरण का मूल भावना / उद्देश्य ही नष्ट हो रहा है और केवल सरकार व शासन के प्रति असंतोष, अविश्वास ही फैल रहा है। इसके पिछले स्थानान्तरण में भी उच्च स्तरीय धांधली / भ्रष्टाचार / अन्याय हुआ व दबाया गया जिसमें ऑनलाइन स्थानान्तरण में भी अधिक भारांक वालों की सीट मैनुअली काटकर कम भारांक वालों को स्थानान्तरण दे दिये गये थे, अधिक भारांक वाले बेचारे भटकते हुए आज तक न्याय व स्थानान्तरण हेतु निवेदन ही कर रहे हैं। आखिर BJP व अन्य पार्टी की सरकारों में अन्तर ही क्या बचा ??
इसबार किसी अदृश्य मौखिक जी.ओ. का बहाना करके मौखिक रूप से ही निम्न विभागों वाले स्पाउस वेटेज वाले शिक्षकों को कार्यमुक्त से रोका गया लेकिन अन्दर ही अन्दर चुपके से अधिकांश को कार्यमुक्त कर दिया गया जो विभाग निम्न हैं- “एसबीआई, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, UPPCL,पंजाब नेशनल बैंक, एडेड कॉलेज, वायुसेना, माध्यमिक ऐडेड विद्यालय, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, राजकीय मेडिकल कॉलेज, CBI, NTPC, पोस्ट ऑफिस, पुलिस रेलवे इत्यादि विभागों के नियमित कर्मचारियों को भी सरकारी कर्मचारी नहीं मानने व कार्यमुक्त / ज्वाइनिंग रोकने का अजीब सा गुमनाम अदृश्य मौखिक आदेश ।
मीरजापुर में भी स्पाउस वेटेज वाली 4 UPPCL, 2 माध्यमिक ऐडेड विद्यालय व अन्य कई समान विभाग वालों को कार्यमुक्त / ज्वाइनिंग किया गया है, पंजाब नेशनल बैंक व समान विभागों के कई शिक्षकों को ज्वाइन भी कराया गया है। उक्त सभी को विद्यालय आवंटन भी हो गया है।
लेकिन पंजाब नेशनल बैंक व NTPC व उच्च शिक्षा आयोग द्वारा चयनित व उच्च शिक्षा निदेशालय द्वारा महाविद्यालयों में नियुक्त नियमित प्रोफेसर पति वाली शिक्षिकाओं को भी कार्यमुक्त न करके ढाई माह से दौड़ाया जा रहा है। जबकि समान श्रेणी / विभागों की शिक्षकों कार्यमुक्त व ज्वाइनिंग कराया गया है। बैंक के भी 2 लोगों को ज्वाइनिंग / स्कूल आवंटन भी हुआ है।
इसी प्रकार अन्य जनपदों में भी हुआ है किन्तु दि. 01-07-2023 के जी.ओ. नम्बर 4 के प्वाइंट नम्बर 8 व मौखिक जी.ओ. में शिक्षक कार्यमुक्ति / ज्वाइनिंग लिस्ट छुपाने के आदेश का उद्देश्य भी अपारदर्शिता धांधली व अनियमितता का स्वतः साक्ष्य है। इस वजह से किसका किस आधार पर कार्यमुक्त/ ज्वाइनिंग कराया गया वह लिस्ट ही छुपाई जा रही है। बहुत मांगने पर भी नहीं दिखाई जा रही।
उक्त मौखिक जी.ओ. की वजह से मौखिक रूप से हमें कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा। जबकि समान विभाग माध्यमिक ऐडेड विद्यालय UPPCL, पंजाब नेशनल बैंक व अन्य समान विभागों के स्पाउस वेटेज वाले शिक्षकगणों को कहीं रोका जा रहा है तो कहीं कार्यमुक्ति व ज्वाइनिंग कराया गया है और अब विद्यालय आवंटन भी कर दिया गया ।
जबकि शिक्षिकाओं के कष्ट व उक्त अन्याय को दृष्टिगत करते हुए माननीय सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह महोदय जी, माननीय नेता सदन केशव प्रसाद मौर्य महोदय जी ने सदन में स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि जो भी नियमित कर्मचारी कोषागार से वेतन प्राप्त करते हैं वे राज्य / सरकारी कर्मचारी हैं, स्थानान्तरित स्पाउस वेटेज की विसंगतिया दूर करके शिक्षकों के तकलीफों का सकारात्मक त्वरित निवारण किया जाय…. किन्तु अभी तक कुछ नहीं हुआ जो आश्चर्यजनक व कष्टदायक है।
न्याय हेतु गुहार लगाते हुए विभिन्न जनपदों की व्याकुल शिक्षिकायें हरितालिका तीज के निर्जला व्रत में भी सचिव बेसिक शिक्षा के दरवाजे बैठकर छोटे छोटे बच्चों के साथ भगवान से न्याय मांगते हुये रोते हुये रामनाम भजन / कीर्तन का अनूठा अनशन करने लगीं जिसे देखकर आसपास के लोगों का भी हृदय द्रवित हो उठा लेकिन अपने विभाग से आज तक न्याय नहीं मिला वहीं समान विभागों के स्पाउस वेटेज वाले शिक्षकों को अन्याय, धांधली व अनियमितता पूर्वक विद्यालय आवंटन भी कर दिया गया।