जनपद सहारनपुर के ब्लॉक गंगोह के प्राथमिक विद्यालय लखनौती न० 2 में कार्यरत शिक्षामित्र मुकेश कुमार ने खण्ड शिक्षा अधिकारी गंगोह को अपने शिक्षामित्र के पद से इस्तीफा सौंप दिया।
खण्ड शिक्षा अधिकारी गंगोह को भेजे गए इस्तीफा में मुकेश ने लिखा कि मैं मुकेश कुमार पुत्र ऋषिपाल प्राथमिक विद्यालय लखनौती न0 2 में शिक्षामित्र के पद और कार्यरत हूँ।श्रीमान जी मैं अल्प मानदेय में अपने परिवार का पालन पोषण करने में असमर्थ हूँ।मुख्यमंत्री योगी से मानदेय वृद्धि की एक आशा थी कि वृद्धि होकर सम्मानजनक मानदेय मिलेगा और बढ़े हुए मानदेय से जीविका चलाने में कोई समस्या नहीं आयेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मैं अपने परिवार को भूखा मरता हुआ नहीं देख सकता अतः मैं स्वेच्छा से दुखी हृदय से शिक्षामित्र के पद से त्यागपत्र देता हूँ। इस पर स्वीकृति प्रदान करने की कृपा करें।
परिवार का पालन पोषण न हो पाने के कारण शिक्षामित्र ने त्याग पत्र दिया
यही बीजेपी सरकार जो मान सम्मान की बात कर रही थी
आज #शिक्षामित्रों की जिंदगी बर्बाद कर दी
@myogiadityanath @yadavakhilesh @SanjayAzadSln @Mayawati @Aamitabh2 @PMOIndia @swatantrabjp @rajnathsingh @narendramodi
परिवार का पालन पोषण न हो पाने के कारण शिक्षामित्र ने त्याग पत्र दिया
यही बीजेपी सरकार जो मान सम्मान की बात कर रही थी
आज #शिक्षामित्रों की जिंदगी बर्बाद कर दी@myogiadityanath @yadavakhilesh @SanjayAzadSln @Mayawati @Aamitabh2 @PMOIndia @swatantrabjp @rajnathsingh @narendramodi pic.twitter.com/uKiTFjavFE
— UP SHIKSHA MITRA (@shiksha_mitra) December 20, 2021
गौरतलब है कि 2017 से समायोजन रद्द होने के बाद सभी शिक्षामित्र 35 हज़ार सैलरी से 35 सौ के मानदेय पर वापस अपने पद पर आ गए थे जिसके बाद हुए आंदोलन के बाद सरकार ने मानदेय 35 सौ से बढ़ाकर 10 हज़ार कर दिया था।
शिक्षामित्रों की मांग थी कि शिक्षकों की तरह समान कार्य होने पर उन्हें भी शिक्षकों की तरह सम्मानजनक समान वेतन दिया जाना चाहिए मगर वर्तमान योगी सरकार से कोई बात नहीं बनी। तब से लेकर आज तक हज़ारों शिक्षामित्रों ने सुसाइड कर लिया तो सैकड़ों ने नौकरियां छोड़ दी।
इससे पहले हज़ारों शिक्षामित्र अपनी बात ट्वीटर के माध्यम से सरकार के सामने रख चुके हैं।ऐसा ही आदित्य नाम के शिक्षामित्र ने भी सरकार को अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए ट्वीट किया था।उन्हों ने लिखा…
#शिक्षामित्र आत्महत्या करने को मजबूरहै
@myogiadityanath शिक्षामित्र अपने परिवार का पालन-पोषण करने में असमर्थ है @narendramodi आप हिन्दू #शिक्षामित्रों की पीड़ा को ही नही समझ पा रहे है @PMOIndia शिक्षामित्रों की समस्यो का सामधान कीजिए
@AmitShah @UPGovt @drdwivedisatish @BJP4India
#शिक्षामित्र आत्महत्या करने को मजबूरहै@myogiadityanath शिक्षामित्र अपने परिवार का पालन-पोषण करने में असमर्थ है @narendramodi आप हिन्दू #शिक्षामित्रों की पीड़ा को ही नही समझ पा रहे है @PMOIndia शिक्षामित्रों की समस्यो का सामधान कीजिए@AmitShah @UPGovt @drdwivedisatish @BJP4India
— आदित्य कुमार त्रिपाठी (@AdityaK45467536) November 30, 2021
लगातार आंदोलित होने के बाद हाल ही में सरकार द्वारा मानदेय वृद्धि करते हुए 2 हज़ार रुपये बढ़ाने की घोषणा हुई है मगर शिक्षामित्र संग़ठन इस मानदेय पर राजी नहीं है।दूसरी ओर चुनावी मौसम ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फिर से शिक्षामित्रों के ज़ख़्म पर मलहम लगाते हुए यह घोषणा की कि अगर सूबे में सपा सरकार बनती है तो शिक्षामित्रों को उनका पुराना सम्मान वापस दिलाया जाएगा।