उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ सर्वन्द्र विक्रम बहादुर सिंह ने जनपद के समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर सातवां अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को भारतीय संस्कृति के उत्सव के रूप मानने को कहा है
पत्र में महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक के पत्र का उल्लेख करते हुए कहा है कि योग, प्रतिरक्षा को बढ़ाने एवं विभिन्न बीमारियों से बचाने में सहायक है । यह मानसिक शारीरिक और भावनात्मक भलाई में भी सहायक है इसलिये योग को न केवल भारतीय संस्कृति के उत्सव के रूप में बल्कि अपने स्वयं के स्वास्थ्य लाभ के रूप में भी बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया जाये । कोविड महामारी के कारण संक्रामक प्रकृति के कारण इस वर्ष भारत सरकार द्वारा ‘ योग के साथ रहे , घर पर रहें ‘ के नारे के साथ घरों में परिवार की भागीदारी के सहित योग का अभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित किये जाने के निर्देश दिये गये है।
उक्त के सम्बन्ध में योग के माध्यम से सदभाव और शांति प्राप्त करने के लिये लोगों और समुदाय को जागरूक करने के लिए . आयुष मंत्रालय द्वारा Common Yoga Protocol पुस्तिका विकसित की है, जो आयुष मंत्रालय की वेवसाइट- https/vaga ,ayush.gov.in/public/assets/front/pdf/CYPEnglishBooklet.pdf पर उपलब्ध है । उपर्युक्त के अतिरिक्त वर्ष 2021 में ‘ अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस योग के साथ घर पर होगा । डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म जैसे विभिन्न तकनीकों के माध्यम से जगरूकता और अधिक से अधिक लोगो तक योग की पहुंच बनाने के लिए डिजिटल / आभासी गतिविधियों पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए।
इस संबंध में आयुष मंत्रालय ने आईण्डीवाई 0 2021 के अन्तर्गत गतिविधियों के आयोजन के लिए एक हैंडबुक विकसित जिसका लिंग https//yoga.ayush.gov.in/public/assets/IDY_ebook.pdf है । प्रमुख आयोजनों और गतिविधियों का विवरण https // yoga.ayush.gov.in / idy – 2021 से भी प्राप्त किया जा सकता है ।
आदेश में निर्देशित किया जाता है कि संलग्न पत्र में दिये गये निर्देशों के अनुपालन में शिक्षकों , छात्र – छात्राओं एवं उनके माता – पिता एवं अभिभावकों में योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए आवश्यक कार्यवाही कराते हुये इस कार्यालय को भी अवगत कराना सुनिश्चित करें ।