पूरे देश में कोविड-19 महामारी की वजह से तकरीबन डेढ़ साल बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। देश के अधिकतर राज्यों में स्कूल कॉलेज बंद थे लेकिन कोरोना के मामलों में आई कमी के बाद अब देश में फिर से स्कूल खुलने का सिलसिला शुरू हो गया है। एक सितंबर यानी आज से कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज खोल दिए गए हैं।
गौरतलब है कि यूपी में कोरोना के चलते तकरीबन डेढ़ साल बाद खुले स्कूलों में बच्चों के आने से फ़िर से रौनक लौट आयी। शाहजहाँपुर जिले में निजी और सरकारी स्कूल आज से कोविड प्रोटोकॉल के तहत शुरू हो गए हैं। बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर सरकार ने स्कूलों के लिए विशेष गाइडलाइन जारी की है जिसका हर स्कूल में पालन कराया जाना जरूरी है।
शाहजहाँपुर के छावनी परिषद स्थित नालन्दा स्कूल ऑफ एक्सीलेंस आज जब छोटे बच्चों के लिए पहले दिन खुला तो साफ सफाई के साथ-साथ ही स्कूल की विशेष सजावट भी की गई। आज से आये कक्षा 1 से 5 तक के छोटे छोटे सभी बच्चों का भव्य स्वागत अध्यापकों द्वारा टीका लगाकर किया गया औऱ उनका उत्साहवर्द्धन किया गया साथ ही साथ बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई जिसके बाद कोविड प्रोटोकाल के तहत पठन-पाठन का कार्य भी शुरू हो गया।
प्रधानाचार्या अनीता श्रीवास्तव ने बताया कि सर्वप्रथम स्कूल आये सभी बच्चों का चन्दन तिलक लगाकर स्वागत किया गया एवं टॉफियाँ बांटी गई।सभी बच्चों को प्रार्थना स्थल पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराते हुए प्रधानाचार्या ने संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को स्कूल जाने से पहले अपने अभिभावकों की लिखित अनुमति लाना जरूरी है।बिना अनुमति विद्यालय में एंट्री नहीं होगी।आपको बता दें कि सभी बच्चों को हाथ धोने और सेनेटाइज करने के बाद ही एंट्री दी गई।स्कूल पहुँचने के बाद सभी बच्चे बहुत उत्साहित नजर आए।हाँलाकि मुंह पर मास्क, सामाजिक दूरी और सेनिटाइजर के साथ बच्चों का स्कूल आना उन्जें एक अलग अनुभव प्रदान कर रहा है। कोविड के कारण करीब डेढ़ साल तक बच्चों को घर पर रहना पड़ा और इस दौरान उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हुई।
आज पहले दिन सभी 1 से 5 तक के बच्चों को स्मार्ट क्लास में उचित दूरी के साथ बैठाया गया जहाँ बच्चों को कार्टून फ़िल्म द्वारा कोरोना से बचाव की जानकारी दी गयी।
काफी दिनों बाद स्कूल पहुँचकर एक तरफ जहाँ बच्चे काफी खुश दिखे वहीं दूसरी तरफ शिक्षक भी काफी उत्साहित दिखाई दिए।शिक्षकों के अनुसार शासन द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पठन-पाठन का कार्य शुरू कर दिया गया है।
वहीं देश की राजधानी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज से स्कूल खुले हैं लेकिन हमने किसी अभिभावक को बाध्य नहीं किया है कि स्कूल आना जरूरी है बच्चा चाहे तो ऑनलाइन क्लास से ही काम चला सकता है। शिक्षा की गतिविधियां धीरे-धीरे आगे बढ़ाएंगे। कहीं कोरोना के मामले बढ़ेंगे तो स्कूल तुरंत बंद कर देंगे।
यूपी के शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने सभी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया
सभी नवनिहालों को मेरी ओर से शुभकामना सहित शिक्षकों व अभिभावकों से अपील है कि वैं बच्चों को कोरोना से बचाव हेतु मास्क अवश्य पहनाएं तथा विद्यालयों में साफ-सफाई का अवश्य ध्यान दें।@myogiadityanath @CMOfficeUP@BJP4UP pic.twitter.com/Dv1VTxBfXh
— Dr Satish Dwivedi (@drdwivedisatish) September 1, 2021
यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने भी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए शुभकामनाएं दी।
CM ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘कोरोना महामारी के कारण पिछले 07 माह से बंद विद्यालय आज 01 सितंबर से पुनः प्रारम्भ हो रहे हैं। सभी बच्चों को ढेर सारी शुभकामनाएं। सभी गुरुजनों से विनम्र आग्रह है कि सभी बच्चों का ध्यान रखें। हर हाल में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने में अपना योगदान दें।’
कोरोना महामारी के कारण पिछले 07 माह से बंद विद्यालय आज 01 सितंबर से पुनः प्रारम्भ हो रहे हैं। सभी बच्चों को ढेर सारी शुभकामनाएं।
सभी गुरुजनों से विनम्र आग्रह है कि सभी बच्चों का ध्यान रखें। हर हाल में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने में अपना योगदान दें।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 31, 2021
इसके पहले टीम-09 के साथ बैठक में सीएम योगी ने स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखने के सख्त निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि स्कूलों में स्वच्छता का खास ख्याल रखना चाहिए। सैनिटाइजेशन का काम हर दिन होना चाहिए। पठन-पाठन के साथ-साथ बच्चों की सुरक्षा पर भी पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए।
स्कूलों की ये रहेगी टाइमिंग
बुधवार से सुबह आठ बजे स्कूल खुलेंगे और दोपहर दो बजे तक शिक्षण कार्य चलेगा। कक्षाओं में बच्चों को दूर-दूर बैठाने का इंतजाम किया गया है। कहा गया है कि सुबह बच्चों के पहुंचने पर सबसे पहले उनके हाथ सेनेटाइज कराए जाएंगे। इसके बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।