उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर आज मंगलवार को पुवायां BRC पर परिषदीय शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, रसोइया व आंगनवाड़ी 21 सूत्रीय मांगों को लेकर सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए और धरना प्रदर्शन किया।
प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर धरना प्रदर्शन के लिए आज पुवायां ब्लॉक के ब्लॉक समन्वयक केंद्र पर 11 बजे से शिक्षक एवं शिक्षिकाएं जुटना शुरू हो गए और धरने पर बैठ गए। BRC पुवायां पर धरने में उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अश्वनी कुमार अवस्थी ने कहा कि उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक विभाग की उत्पीड़न कार्यशैली से त्रस्त हैं। सरकार को चाहिए कि वह पुरानी पेंशन की बहाली, मृतक आश्रितों को नौकरी, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व रसोइयाओं को स्थायी करने समेत अन्य मांगों को तत्काल मानें उन्होंने दो टूक कहा कि ब्लॉक लेवल पर निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों का उत्पीड़न बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
श्री अवस्थी ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि शासनादेश के तहत शिक्षकों से काम कराने की हिदायत देने वाले अधिकारियों को खुद भी शासनादेश के तहत काम करना चाहिए। इससे पहले भी ब्लॉक पुवायां में तकरीबन 9 खण्ड शिक्षा अधिकारी शिक्षकों व संघ से समन्वय स्थापित कर कार्य कर चुके हैं तब कहीं किसी को कोई दिक्कत नहीं आयी मगर अब ऐसा नहीं हो पा रहा है इसलिए शिक्षक, संघ व उत्तरदायी अधिकारियों के बीच सहयोग और समझ की बहुत आवश्यकता है।
शिक्षामित्र रमेश तिवारी ने कहा कि योग्य शिक्षामित्रों को सम्मानजनक मानदेय देकर शिक्षक पद पर समायोजित किया जाए। वहीं कंप्यूटर ऑपरेटर एवं लेखाकार संघ के संदीप श्रीवास्तव ने कहा आउटसोर्सिंग को समाप्त कर विभागीय संविदा से जोडते हुए मानदेय में वृद्धि की जाए।
अनुदेशक संघ के श्री विपिन मिश्रा ने अंशकालिक अनुदेशकों को नियमित करने तथा केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानदेय व बकाया एरियर देने की अपील की साथ ही अंशकालिक अनुदेशकों को निकटतम विद्यालयों में तैनाती देने की मांग की।
आंगनबाड़ी संघ की श्यामलता ने कहा कि जब पूर्व प्राथमिक शिक्षा आंगनबाड़ी के जिम्मे कर दी गयी है तो उसके सापेक्ष उनका मानदेय और सभी सुविधाएं दी जाए।
छोटेलाल जी ने संविलयन व्यवस्था समाप्त करने तथा प्राथमिक शिक्षकों की पदोन्नति करने की अपील की।
संघ के मंत्री श्री राकेश रोशन ने मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार 54000 अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण पूर्ण करने तथा पुरानी पेंशन की बहाली की मांग की।
धरने में उपस्थित दक्षिता अग्रवाल ने उपस्थित महिला शक्ति से संघ को ताकत प्रदान करने की अपील की। श्वेता गुप्ता ने कविता पाठ कर शिक्षकों का उत्साह वर्धन किया।जूनियर शिक्षक संघ के श्री श्याम कुमार ने कहा कि संसद और विधानसभाओं में बैठे लोग सार्थक चर्चा तक नही कर पाते लेकिन जमीन पर सुविधा विहीन शिक्षक से कान्वेंट स्कूलों जैसा रिजल्ट चाहते है।
उत्तर प्रदेश शिक्षा मित्र संघ के श्री पुष्पेंद्र चौहान ने कहा कि शिक्षामित्र बेसिक शिक्षा के नींव के पत्थर है जिन्होंने अध्यापक विहीन विद्यालयों को खोले रखने और गरीब बच्चों को पढ़ाने का कार्य किया। सरकार को शिक्षामित्रों के प्रति संवेदनशील होते हुए है उनके नियमितीकरण कर सम्मान जनक जीवन जीने का मौका दें।
वरिष्ठ सेवानिवृत्त शिक्षक श्री ओमप्रकाश त्रिवेदी ने शिक्षकों से एकजुट रहकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने की अपील की। धरनास्थल पर सभा का संचालन मंगल प्रसाद ने किया।
धरना स्थल पर रुक- रुककर नारेबाजी होती रही बाद में प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव को संबोधित 21 सूत्रीय मांग पत्र भेजा गया।
इस अवसर पर अनुदेशक विपिन मिश्रा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती श्यामलता रिटायर्ड पेंशन संघ से ओम प्रकाश त्रिवेदी, प्राथमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष राजीव गुप्ता, अम्बुज गुप्ता, छोटे लाल, रश्मि त्रिपाठी, निखिल सक्सेना कंप्यूटर ऑपरेटर, लेखाकार संदीप श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शम्भू सिंह, छोटे लाल, दक्षिता अग्रवाल, संगठन मंत्री आलोक दुबे, जनसंपर्क प्रमुख शिवेंद्र मिश्र IT सेल, गौरव गुप्ता IT सेल ,,जनसंपर्क प्रमुख शुभम शुक्ला कवच राज गुप्ता आदि के साथ , जलालुद्दीन ,पूजा ,पल्लवी, अमिता शुक्ला ,संजीव मिश्रा भारी संख्या में शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, रसोइया तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ती तथा सहायिका उपस्थित रही।