उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ लखीमपुर की ब्लॉक इकाई मितौली, बेहजम कुंभी और पसगवां के शिक्षकों द्वारा शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद के उस आदेश के विरोध में ज्ञापन सौंपा गया जिसमें डायट द्वारा गठित मूल्यांकन प्रकोष्ठ टीम के द्वारा ऑडियो वीडियो विजुअल माध्यम से शिक्षकों के निरीक्षण का आदेश दिया गया था।
महानिदेशक द्वारा दिए गए ऑडियो- वीडियो कॉल द्वारा निरीक्षण के विरोध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ब्लॉक इकाई पसगवां के पदाधिकारियों सहित शिक्षकों ने खंड शिक्षा अधिकारी श्री गंगा प्रसाद गौतम को, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ बेहजम इकाई के द्वारा एक ज्ञापन प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान लखीमपुर खीरी के नाम खंड शिक्षा अधिकारी बेहजम देवेश राय को, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ब्लॉक इकाई कुम्भी के पदाधिकारियों सहित शिक्षकों ने खंड शिक्षा अधिकारी श्रीराम सक्सेना को और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ब्लॉक इकाई मितौली की अगुवाई में सैकड़ों शिक्षकों ने बीआरसी मितौली पहुंचकर खंड शिक्षा अधिकारी शत्रुघन सरोज को ज्ञापन सौंपा।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के सभी ब्लॉक इकाई के शिक्षकों द्वारा अपने अपने ब्लॉक समन्वयक केंद्र (बीआरसी) पर दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक उत्तर प्रदेश के अनुक्रम में आपके कार्यालय द्वारा परिषदीय विद्यालयों का ऑनलाइन निरीक्षण हेतु जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में मूल्यांकन प्रकोष्ठ का गठन करने के साथ ऑडियो वीडियो विजुअल माध्यम से निरीक्षण करने का आदेश दिया गया है।
उक्त आदेश के कारण बेसिक शिक्षा परिषद जनपद लखीमपुर खीरी का शिक्षक स्वयं को अपमानित, पीड़ित व शोषित महसूस कर रहा है, क्योंकि कार्यालय महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश द्वारा जारी आदेश के क्रम में प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण जुलाई 2022 से जनपद स्तरीय टास्क फोर्स द्वारा किया जा चुका है।
उसके बाबजूद अब वीडियो/ऑडियो कालिंग के माध्यम से ऑनलाइन निरीक्षण का नवीनतम आदेश शिक्षिकाओं की निजता का हनन, शिक्षकों की विश्वसनीयता को समाज में संदिग्ध व कामचोर सिद्ध करने की कुत्सित मानसिकता से जारी किया गया है, जिसकी राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश ब्लॉक जनपद लखीमपुर खीरी घोर निन्दा करता ।
प्रदेश में बेसिक शिक्षकों से डीबीटी, यूडायस प्लस, प्रेरणा डीसीएफ, छात्र रजिस्ट्रेशन, दीक्षा प्रशिक्षण, दीक्षा ऐप, सरल ऐप, समर्थ ऐप, रीड एलांग ऐप, निपुण लक्ष्य ऐप, शारदा ऐप, स्विफ्ट चैट, गूगल मीट, यू ट्यूब सेशन आदि के साथ साथ परिवार सर्वेक्षण जैसे अत्यन्त जटिल कार्यों को बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश बिना किसी संसाधन के शिक्षकों से जबरन कराने की प्रवृत्ति का संगठन विरोध करता है।
बेसिक शिक्षा विभाग में गुणवत्ता व नवाचार के नाम पर लागू ऑनलाइन व्यवस्था शिक्षक को सृजनात्मकता से दूर करके भय का वातावरण बनाकर लिपिक बनाने तथा बेसिक शिक्षा/शिक्षक को निरीक्षण के नाम पर अक्षम सिद्ध करना तथा दुष्प्रचारित करने की गहरी साजिश प्रतीत हो रही है।
अतः संगठन शिक्षकों की गरिमा व शिक्षिकाओं की सुरक्षा तथा समाज में शिक्षक का विशिष्ट स्थान होने के दृष्टिगत ऑन लाइन निरीक्षण ( वीडियो कॉल/वायस कॉल) आदेश का बहिष्कार करता है तथा जनपद के समस्त शिक्षक/ शिक्षिकाओं का आह्वान करता है कि विद्यालय अवधि में किसी भी आडियो/वीडियों कॉल का बहिष्कार करें तथा अपने व्यक्तिगत मोबाइल फोन से किये जाने वाले समस्त ऑनलाइन विभागीय कार्य करना स्थगित करें। जिससे कार्यालय महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश द्वारा नित नए जारी आदेशों के द्वारा शिक्षकों का उत्पीड़न व अक्षम सिद्ध करने का प्रतिकार और मान सम्मान/ स्वाभिमान की रक्षा की जा सके।
ब्लॉक स्तर पर ज्ञापन देने वालों शिक्षकों में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जिला इकाई के संयुक्त महामंत्री विनोद कुमार, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला कोषाध्यक्ष आदित्य नारायण, बेहजम के ब्लॉक अध्यक्ष अवधेश कुमार, महामंत्री विश्वजीत गिरी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संदीप कुमार पांडेय, उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार शर्मा, संयुक्त महामंत्री आलोक सिंह, मंत्री व मीडिया प्रभारी विवेक शुक्ल व कोषाध्यक्ष धर्म प्रकाश गुप्ता , मितौली के ब्लॉक अध्यक्ष राजाराम भार्गव, ब्लॉक महामंत्री सुधीर वर्मा ,ब्लॉक संगठन मंत्री परमानंद, उपाध्यक्ष हरप्रीत कौर ब्लॉक सयुक्त महामंत्री योगेश मिश्रा,सयुक्त मंत्री ज्योतिवर्मा मीडिया प्रभारी पंकज रस्तोगी सहित सैकड़ों शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।