उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पूर्व में ही एग्जाम कैलेंडर जारी करके विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए परीक्षाएं सम्पन्न कराकर कई महत्वपूर्ण पदों पर भर्ती करता है। मगर पीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए अब तक कोई नोटिफिकेशन नहीं मिला है।
आपको बता दें कि आयोग के एग्जाम कैलेंडर के मुताबिक आयोग को मार्च 2022 तक कुल 22,794 नए पदों पर भर्ती करनी थी । ये सभी भर्त्तियां पांच अलग अलग विभागों में रिक्त पदों पर की जानी थी। मगर इनका नोटिफिकेशन अभी तक नहीं निकला है हालांकि इन भर्तियों में सिर्फ उन्हीं अभ्यर्थियों को हिस्सा लेने का मौका मिलेगा जो 24 अगस्त को आयोजित हुई प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) में शामिल हुए हैं। इन रिक्त पदों में लेखपाल के 7,882 पदों समेत अन्य कई महत्वपूर्ण विभागों के पद शामिल हैं।
प्रस्तावित परीक्षा शेड्यूल
● UPSSSC के एग्जाम कैलेंडर के मुताबिक नवंबर में राजस्व लेखपाल के 7,882 पदों और स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 9,212 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा होगी।
● गन्ना पर्यवेक्षक के 2,500 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा फरवरी 2022 में
● कनिष्ठ सहायक एवं आशुलिपिक के 2,000 पदों और प्रयोगशाला प्राविधिज्ञ एवं एक्सरे प्राविधिक के1,200 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा मार्च 2022 की है डेट
इसमें कोई दो राय नहीं कि पूर्व में जारी परीक्षा शेड्यूल के आधार पर राजस्व लेखपाल के 7882 पदों और स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 9212 पदों के लिए परीक्षा नहीं हो पाएगी क्योंकि अभी तक इन पदों के लिए नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया है इसलिए इन भर्तियों के लिए अब समय से परीक्षा कराना संभव नहीं है।
अब इस महीने में हो सकती है परीक्षा:
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सभी 22,794 पदों पर भर्ती के लिए अब यूपी में आचार संहिता लागू होने से पहले नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है और इनके लिए लिखित परीक्षा जनवरी या फरवरी महीने में आयोजित की जा सकती है। अभ्यर्थियों को इनसे संबंधित जानकारी के लिए UPSSSC की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखनी होगी।
ग़ौरतलब है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा आयोग ने अवर अभियंता व उप वास्तुविद भर्ती 2016 की लिखित परीक्षा की डेट घोषित कर दी है। यूपीएसएसएससी की यह भर्ती परीक्षा 19-12-2021, दिन रविवार को आयोजित होगी।इस भर्ती परीक्षा के प्रवेश पत्र जारी करने को लेकर सूचना बाद में प्रकाशित की जाएगी।
दूसरी ओर सपा शासन में 54 विभागों में वैयक्तिक सहायक व आशु लिपिक 808 पदों पर हुई भर्ती में अनियमितता की पुष्टि हुई है। इस मामले में सतर्कता अधिष्ठान ने आयोग के पांच अधिकारियों को दोषी माना है और शासन से इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अभियोजन स्वीकृति मांगी है।