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Teachers Day: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 में तमिलनाडु के तिरुतनी गॉव में एक गरीब परिवार में हुआ था। आर्थिक रूप से कमजोर होने के बावजूद पढाई-लिखाई में उनकी काफी रुची थी। आरंभिक शिक्षा इनकी तिरूवल्लुर के गौड़ी स्कूल और तिरूपति मिशन स्कूल में हुई थी फिर मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से उन्होंने अपनी पढाई पूरी की थी।
सन 1916 में उन्होंने दर्शन शास्त्र में एम.ए. किया और मद्रास रेजीडेंसी कॉलेज में इसी विषय के सहायक प्राध्यापक का पद संभाला। 16 वर्ष की आयु में उनका विवाह 1903 में सिवाकामु के साथ हो गया था। वर्ष 1954 में शिक्षा और राजनीति में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए उन्हें भारत सम्मान से नवाजा गया।
हम आपको बता दें कि राजनीति में आने से पहले उन्होंने अपने जीवन के 40 साल अध्यापन को दिए थे। उनका मानना था कि बिना शिक्षा के इंसान कभी भी मंजिल तक नहीं पहुँच सकता है इसलिए इंसान के जीवन में एक शिक्षक होना बहुत जरुरी है।
शिक्षक दिवस का इतिहास | History of Teachers Day
भारत में शिक्षक दिवस भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।दरअसल उन्होंने अपने छात्रों से इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की इच्छा जताई थी। जब डॉ.राधाकृष्णन भारत के राष्ट्रपति बने तो उनके कुछ छात्र और दोस्त उनसे मिलने पहुँचे और उनसे अनुरोध किया कि उनका जन्मदिन मनाने की इजाजत दें तब उन्होंने कहा मेरे जन्मदिन को अलग-अलग मनाने के जगह इसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरे लिए गौरवपूर्ण होगा। उसी वक्त से लेकर आज तक भूतपूर्व राष्ट्रपति राधाकृष्णन जी के जन्मदिन के मौके पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
भारत में शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है।
इस दिन स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती हैं, उत्सव, कार्यक्रम आदि होते हैं। शिक्षक अपने टीचर्स को गिफ्ट देते हैं। कई प्रकार कि सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती है जिसमे छात्र और शिक्षक दोनों ही भाग लेते है। गुरु-शिष्य परम्परा को कायम रखने का संकल्प लेते हैं।
यह दिन शिक्षक और छात्रों अर्थात यू कहें तो समाज के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है इसी दिन शिक्षको को मान-सम्मान देकर उनके काम की सराहना करते है। एक शिक्षक के बिना कोई भी डॉक्टर, इंजीनियर आदि नहीं बन सकता है। शिक्षा का असली ज्ञान सिर्फ एक शिक्षक ही दे सकता है।
शिक्षक दिवस को मनाने कि तिथियां अलग-अलग देशों में भिन्न हैं।क्या आप जानते हैं कि यूनेस्को ने आधिकारिक रूप में ‘शिक्षक दिवस’ को मनाने के लिए 5 अक्टूबर को चुना। अब इसलिए 100 से अधिक देशों में यह ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
अलग अलग दिन पर दुनिया भर में मनाया जाता है शिक्षक दिवस
दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है हालांकि विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्तूबर को मनाया जाता है। यूनेस्को ने 1994 में शिक्षकों के कार्य की सराहना के लिए 5 अक्तूबर को विश्व शिक्षक दिवस के रूप में मनाने को लेकर मान्यता दी थी। सिंगापुर में सितंबर के पहले शुक्रवार को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। जबकि आस्ट्रेलिया में शिक्षक दिवस अक्टूबर माह के अंतिम शुक्रवार को मनाया जाता है।
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अफगानिस्तान में 5 अक्तूबर को ही यह दिवस मनाया जाता है। चीन में 10 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। रूस में 5 अक्टूबर को ही शिक्षक दिवस मनाया जाता है। ईरान में 2 मई 1980 को प्रोफेसर अयातुल्लाह मोर्तेजा मोतेहारी की हत्या के बाद उसी दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। मलेशिया में 16 मई को शिक्षक दिवस ‘हरि गुरू’ के नाम से जाना जाता है। थाईलैंड में 16 जनवरी को, तुर्की में 24 नवम्बर को,अमेरिका में शिक्षक दिवस 6 मई को ,अर्जेन्टीना में शिक्षक दिवस 11 सितम्बर को होता है। वियतनाम में 20 नवम्बर को, पेरू में 6 जुलाई को तो पाकिस्तान में 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
ओमान, सीरिया, मिश्र, लीबिया, कतर, बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात, यमन, टुनिशिया, जार्डन, सउदी अरब, अल्जीरिया, मोरक्को और अन्य इस्लामी देशों में २८ फरवरी को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
शिक्षक दिवस और मासिक शिवरात्रि
पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 05 सितंबर 2021, रविवार को है इस तिथि को मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा साथ ही संयोग से इस दिन शिक्षक दिवस भी है।
साउ पोलो में बना पहला शिक्षक दिवस
15 अक्टूबर, 1827 के दिन प्रेडो-I ने ब्राजील में प्राथमिक स्कूलों की स्थापना संबंधी आदेश दिया था। इसी दिन की याद में साउ पोलो के एक छोटे से स्कूल के कुछ शिक्षकों ने 15 अक्टूबर, 1947 को पहली बार शिक्षक दिवस का आयोजन किया था। धीरे-धीरे पूरे देश में शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा और 1963 में आधिकारिक रूप में इस दिन को शिक्षक दिवस का दर्ज़ा दे दिया गया।
विश्व शिक्षक दिवस 2021 की थीम
इस साल विश्व शिक्षक दिवस 2021 की थीम है शिक्षकः बढ़ते संकट के बीच भविष्य की नई कल्पना ।(Teachers: leading in crisis, re imagining the future).
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस यूनिसेफ, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के साथ साझेदारी में मनाया जाता है. सतत विकास लक्ष्य-4 के तहत एजुकेशन 2030 एजेंडा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शिक्षकों के योगदान को सर्वोच्च मान्यता देने की बात कही गई है।
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हम छोटे बच्चों के साथ बड़े बच्चों की आवश्यकता के अनुरूप शिक्षक दिवस पर विभिन्न शब्द सीमाओं में भाषणों की एक श्रृंखला प्रदान कर रहे हैं। सभी भाषण विशेषतः छात्रों के लिए सरल और आसान शब्दों का प्रयोग करके लिखे गए हैं। इन भाषणों का प्रयोग करके स्कूल या कॉलेज में विद्यार्थी शिक्षक दिवस पर अपने प्रिय शिक्षक के प्रति, अपने मनोभावों को प्रदर्शित करने के लिए भाषण प्रतियोगिता में सक्रियता से भाग ले सकते हैं। प्रिय विद्यार्थियों, आप नीचे दिये गए भाषणों में से कोई भी भाषण चुन सकते हो