बलरामपुर में कार्यरत शिक्षकों ने प्रदेश मुखिया योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर ARP और SRG के पदों का दायित्व संभालने वाले शिक्षकों के प्रति रोष व्यक्त करते हुए इनके द्वारा किये जा रहे शिक्षकों के शोषण करने का शिकायती पत्र भेजा है।
सार:
● बलरामपुर शिक्षकों ने CM योगी से की शिकायत
●ARP-SRG की कार्यप्रणाली से हैं खफ़ा
●अधिकारियों की चापलूसी में ARP SRG रहते हैं मस्त
●शिक्षकों का करते हैं शोषण
●ARP व SRG के स्कूलों की हालत है ख़राब, जाँच की मांग की
शिकायती पत्र में कहा गया है कि बेसिक शिक्षा में शैक्षणिक स्तर को सुधारने व शिक्षा में गुणवत्ता लाने के उद्देश्य से शासन द्वारा ब्लॉक स्तर पर पूर्व में ABRC के पदों पर नियुक्ति की गयी थी लेकिन ABRC बने शिक्षक अपना मूल कार्य भूलकर अधिकारी बन पूरे दिन खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बैठकर शिक्षकों के शोषण में जुट गये इनके कृतों को देखते हुए शासन ने इनका पद समाप्त कर नये पद ARP व SRG का गठन किया।
शासन की मंशा बिल्कुल स्वच्छ है कि सुधार हो किन्तु 95 प्रतिशत वही पुराने घाघ जनपद स्तर पर जोड़तोड़ कर ARP व SRG बन गये हैं । इनके कार्यरत विद्यालयों का अवलोकन किया जाय तो ऐसी बिल्कुल नहीं लगेगा कि पूर्व में से अच्छे शिक्षक रहें होगें क्योंकि ये विद्यालय जाना ही नहीं चाहते, ये अधिकारी बनना चाहते हैं जो अपनी योग्यता से कभी बन नहीं पाये । ये हमेशा अधिकारियों के साथ मिलकर शोषण में ही लिप्त रहते हैं किसी भी कार्यक्रम में ये उनके अगल – बगल फोटो खिचवाते ही मिलते हैं । यदि ये योग्य शिक्षक है तो पहले अपने विद्यालय को मॉडल स्कूल बनाकर क्यों नहीं प्रस्तुत करते हैं। इनकी स्थिति बिल्कुल चारण या भाट जेसी है जो पहले राज्य दरवारों में हुआ करते थे । हाकिम के हर सही गलत फैसले पर उन्हें खुश करने के लिए ताली पीटते थे।
पत्र में कहा गया है कि शिक्षा क्षेत्र गैसड़ी में कोई ARP पाण्डेय जी हैं जो बापू आसाराम का गेटअप बनाकर दिन भर BRC पर बैठकर अध्यापकों के शोषण में लिप्त रहते हैं । महोदय से विन्रम निवेदन है कि यदि शिक्षा में सुधार लाना है तो इन मगरमच्छों को हटाया जाय क्योंकि जग जाहिर है आशाराम के गेटअप में कितनी बुराईयॉ छिपी थी।
पीड़ित शिक्षकों ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा अनामिका सिंह व जनपद के जिला अधिकारी को भी पत्र भेजकर अवगत कराया है।