उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत 69 हजार शिक्षक भर्ती की महिला शिक्षकों ने सचिव के 1 जुलाई के आदेश, स्थानांतरण के बाद कार्यमुक्त न करने के खिलाफ कार्यमुक्त की मांग करते हुए ट्वीटर पर अभियान चलाया।
69000 शिक्षक भर्ती की शिक्षिकाओं ने अपनी मांग को रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ से अपील की। महिला शिक्षकों ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल का 1 जुलाई वाला आदेश निरस्त हो और शासन द्वारा पूरी योग्यता निर्धारित करने वाली महिलाओं का स्थानांतरण हो।
ट्विटर अभियान के तहत महिला शिक्षकों ने ट्वीट करते हुए कहा एक तबादला दो नियम नहीं चलेंगे। 69 शिक्षक भर्ती के तहत स्थानांतरण होने वाली महिला शिक्षकों की कार्यमुक्त किया जाए। कार्यमुक्त न करने की दशा में महिला शिक्षकों ने 10 जुलाई को लखनऊ में आंदोलन की चेतावनी दी।
महिला शिक्षकों ने हैश टैग 69k_शिक्षिकाट्रांसफरकार्यमुक्त करने का अभियान चलाया।ट्वीट में महिला शिक्षकों ने लिखा कि 69000 भर्ती की महिलाओं को कार्यमुक्त करें। यूपी टीचर ट्रांसफर: 10% अतिरिक्त सीटों पर स्थानांतरण के लिए विधायक से मिले शिक्षक
इससे पहले हरदोई जिले की 69 हजार शिक्षक भर्ती की शिक्षिकाओं द्वारा आज जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया। जिसमें 69000 शिक्षक भर्ती की महिला शिक्षकों को स्थानांतरण के पश्चात कार्यमुक्त करने की मांग की गई।
जिलाधिकारी हरदोई को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि आपने जिस तरह स्थानान्तरण प्रक्रिया को इतने कम समय मे सम्पन्न कराकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि का परिचय दिया है उसके लिए हम सभी आपके बहुत आभारी हैं। परन्तु इस प्रकरण में 69000 शिक्षकों को भी कार्यमुक्त करके हमें भी अपने स्थानांतरित जनपद में जाने का अवसर प्रदान करें। आप ही शपथ पत्र के सहारे या किसी हमारी स्थानान्तरण कोर्ट के अधीन करके हमारी कार्यमुक्त करा सकते हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत उन शिक्षकों के अंतर्जनपदीय स्थानांतरण पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी जिनकी भर्ती 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत हुई थी।
गौरतलब है कि इस संबंध में बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने उत्तर प्रदेश के समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश भी जारी कर दिया था जिसमें कहा गया था कि 69000 शिक्षक भर्ती में चयनित शिक्षकों को अगले आदेश तक उनके संबंधित जिलों से कार्यमुक्त न किया जाए।
ऐसा इसलिए क्योंकि आदेश में यह कहा गया है कि शिक्षकों को किसी जिले में पांच साल की सेवा के बाद तबादला आवेदन की अनुमति दी गई थी जबकि 69000 शिक्षक भर्ती 2020 में हुई थी ऐसे में उनके 5 वर्ष की सेवा अभी पूरी नहीं हुई है।
बीती एक जुलाई के पत्र में सचिव बेसिक शिक्षा ने कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती को लेकर हाईकोर्ट के 13 मार्च के आदेश के खिलाफ स्पेशल याचिका दायर की गई है और इस संबंध में उच्च न्यायालय का आदेश प्रभावी है।
इस दशा में एक जून 2020 की चयन सूची संशोधित होने पर अभ्यर्थियों के जिला आवंटन में परिवर्तन होने की संभावना को देखते हुए 69000 भर्ती के शिक्षकों के कार्यमुक्त होने पर रोक लगा दी थी हालांकि सचिव के इस आदेश से हजारों 69 शिक्षक भर्ती की शिक्षिकाएं प्रभावित होंगी क्योंकि शिक्षिकाओं को ही दो साल की सेवा पर स्थानांतरण का लाभ मिला है।
फरहा अंजुम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि माननीय बेसिक शिक्षा मंत्री जी एवं सचिव जी आपसे निवेदन है कि सभी 69k की शिक्षिकाओं को स्थानान्तरण के तहत कार्यमुक्त करने की कृपा करें।
माननीय बेसिक शिक्षा मंत्री जी एवं सचिव जी आपसे निवेदन है कि सभी 69k की शिक्षिकाओं को स्थानान्तरण के तहत कार्यमुक्त करने की कृपा करें।@basicshiksha_up @CMOfficeUP @UPGovt @thisissanjubjp @AbpGanga @PMOIndia @Aamitabh2 @myogiadityanath#69k_शिक्षिका_ट्रांसफर_कार्यमुक्त pic.twitter.com/6bPKqeozQn
— Farha Anjum (@FarhaAn57971479) July 6, 2023
पूजा मौर्य ने लिखा माननीय मुख्यमंत्री जी आपसे निवेदन है कि 69k शिक्षक भर्ती के जिन शिक्षिकाओं को स्थानान्तरण का लाभ लेने से कोर्ट केस का हवाला देते हुए रोका गया है उन्हें एक एफिडेविट लेके स्थानांतरित करना स्वीकार करे।
शालिनी गुप्ता ने लिखा कि 69000 महिला शिक्षक एक लक्ष्य कार्यमुक्ति,हमारी प्रमुख मांग कि 01 जुलाई वाला आदेश निरस्त हो और शासन द्वारा निर्धारित योग्यता पूरी करने वाली सभी शिक्षिकाओं का स्थानांतरण पूरा हो। “एक तबादला दो नियम, नहीं चलेंगे”
शबनम शिफा ने लिखा कि महोदय अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण की सूची में चयनित 69000 की सभी महिला शिक्षक आपसे निवेदन करते हैं की हमारी पीड़ा को दूर करें हमे अपने घर जाने दें।हम सदैव आपके आभारी रहेगें।
दीक्षा त्यागी ने लिखा कि 69k महिला शिक्षक एक लक्ष्य कार्यमुक्त करे हमारी प्रमुख मांगे कि 1 जुलाई वाला आदेश निरस्त हो।शपथ पत्र लेकर सभी को कार्यमुक्त करे।
निशा त्यागी, रीना गंगवार, दीक्षा त्यागी ,दिव्या , प्रियंका मिश्रा ,श्वेता मिश्रा , अनुपम, नेहा यादव, प्रशाली पांडे आदि सैकड़ों महिला शिक्षकों ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 69 शिक्षक भर्ती की महिला शिक्षकों को कार्यमुक्त करें।