योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आईपीएल 2020 की स्पॉन्सरशिप के लिए बोली लगाने पर विचार कर रही हैं। आईपीएल के मुख्य प्रायोजक चीन की स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी VIVO के हटने के बाद यह फैसला लिया गया है। स्पॉन्सरशिप के लिए बोली लगाने की डेडलाइन 18 अगस्त 2020 तक की रखी गई है.
BCCI, चीनी मोबाइल कंपनी Vivo की आईपीएल 2020 के लिए साझेदारी समाप्त
18 अगस्त 2020 तय सीमा के बाद ही इंडियन प्रीमियर लीग की टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए बोली लगाई जाएगी. बीसीसीआई ने इसके लिए जिओ, एमेजन, टाटा ग्रुप, ड्रीम इलेवन, अडानी ग्रुप और एजुकेशन स्टार्ट अप बाइजस जैसी कंपनियों को अप्रोच किया है. ये टाइटल स्पॉन्सरशिप एक साल के लिए होगा. इस साल आईपीएल यूएई में खेला जाना है। वहां स्टेडियम में दर्शक नहीं होंगे। बावजूद इसके मीडिया पर इसके असंख्य विज्ञापन होंगे। वीवो के हाथ खींच लेने के बाद बीसीसीआई नयी कंपनियों को अप्रोच किया है
पतंजलि भी IPL 2020 की टाइटल स्पॉनसरशिप की रेस में है।
पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि हम पतंजलि ब्रांड को ग्लोबल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म पर ले जाना चाहते हैं। इसके लिए हम इस साल आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए विचार कर रहे हैं। तिजारावाला का कहना है कि पतंजलि बीसीसीआई के लिए एक प्रस्ताव पर विचार कर रही है।
पतंजलि ग्रुप का टर्नओवर करीब 10,500 करोड़ रुपए है।
पतंजलि ग्रुप का टर्नओवर करीब 10,500 करोड़ रुपए है। वित्त वर्ष 2018-19 में पतंजलि आयुर्वेद का कुल रेवेन्यू 8,329 करोड़ रुपए रहा था। पिछले साल ही पतंजलि आयुर्वेद ने कॉरपोरेट इंसोल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रक्रिया के जरिए 4350 करोड़ रुपए में रुचि सोया का अधिग्रहण किया था।
जून की शुरुआत में बाबा रामदेव काफी विवादों में आए थे
जून की शुरुआत में बाबा रामदेव कोरोना वायरस की दवा कोरोनिल बनाकर काफी विवादों में आए थे। आयुष मंत्रालय ने इसकी बिक्री पर रोक लगा दी थी। उनका कहना था कि कोरोनिल इम्यूनिटी बूस्टर है, कोविड- 19 की दवा नहीं।
पतंजलि पर लगाया 10 लाख का जुर्माना
मद्रास हाई कोर्ट ने योग गुरु बाबा राम देव की पतंजलि आयुर्वेद और दिव्य मंदिर योग ट्रस्ट के खिलाफ 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था. कोर्ट ने यह जुर्माना पतंजलि के उस दावे के लिए लगाया था, जिसमें कहा गया था कि उनका आयुर्वेदिक सूत्रीकरण कोरोनिल कोरोना वायरस को ठीक कर सकता है। दरअसल पतंजलि आयुर्वेद ने कोरोना की दवा लॉन्च करने का दावा किया था, जिसका नाम कोरोनिल था। लेकिन सरकार से इसे मंजूरी नहीं मिली और अब पतंजलि अपने इम्युनिटी बूस्टर उत्पादों को इसी नाम से बेच रही है।
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